Vegetable prices: देश भर में हो रही भारी बारिश से जीवन और संपत्ति का भारी नुकसान हो रहा है। इसका असर फसलों और सब्जियों के उत्पादन पर भी पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश, कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, उत्तराखंड जैसे राज्यों में भारी बारिश ने फसलों और सब्जियों को भारी नुकसान पहुंचाया है। सब्जियां खेतों में ही सड़ रही हैं। इसके कारण दिल्ली-एनसीआर के बाजारों में सब्जियों की आवक कम हो गई है। बाजारों में कम आपूर्ति के कारण सब्जियों की कीमतों में एक सप्ताह में ही आसमान छूने वाली बढ़ोतरी हो गई है। आपको बता दें कि टमाटर ने एक बार फिर से लाल हो गया है। एनसीआर में टमाटर की कीमत 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है।
Vegetable prices (पहले और अब)
1. आलू: पहले 25 रुपये प्रति किलो बिकता था, जो अब 45 से 50 रुपये प्रति किलो हो गया है।
2. प्याज: पहले 25 रुपये प्रति किलो बिकता था, जो अब 50 रुपये प्रति किलो हो गया है।
3. टमाटर: पहले 40 रुपये प्रति किलो बिकता था, जो अब 80 से 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है।
4. भिंडी: पहले 40 रुपये प्रति किलो बिकती थी, जो अब 80 रुपये प्रति किलो हो गई है।
5. बैगन: पहले 49 रुपये प्रति किलो बिकता था, जो अब 70 रुपये प्रति किलो हो गया है।
6. तोरी: पहले 59 रुपये प्रति किलो बिकती थी, जो अब 80 रुपये प्रति किलो हो गई है।
7. शिमला मीर्च: पहले 80 रुपये प्रति किलो बिकती थी, जो अब 170 रुपये प्रति किलो हो गई है।
8. धीया: पहले 40 रुपये प्रति किलो बिकती थी, जो अब 50 रुपये प्रति किलो हो गई है।
9. टिडें: पहले 60 रुपये प्रति किलो बिकते थे, जो अब 90 रुपये प्रति किलो हो गए हैं।
10. गोभी: पहले 80 रुपये प्रति किलो बिकती थी, जो अब 120 रुपये प्रति किलो हो गई है।
11. अदरक: पहले 190 रुपये प्रति किलो बिकता था, जो अब 290 रुपये प्रति किलो हो गया है।
12. बींस: पहले 89 रुपये प्रति किलो बिकता था, जो अब 169 रुपये प्रति किलो हो गया है।
13. खीरा: पहले 40 रुपये प्रति किलो बिकता था, जो अब 60 रुपये प्रति किलो हो गया है।
आलू, प्याज और टमाटर की कीमतों में वृद्धि
पिछले महीने दिल्ली-एनसीआर में टमाटर 28 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, जो अब बढ़कर 80 रुपये हो गया है। वहीं, कई राज्यों में इसकी कीमत 100 रुपये तक पहुंच गई है। प्याज की कीमतों में भी भारी वृद्धि हुई है। पिछले महीने दिल्ली में प्याज 32 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, जो अब 50 रुपये हो गया है। आलू की कीमतों में भी बड़ा उछाल आया है। कीमत लगभग दोगुनी हो गई है।
सब्जियों की कीमतें क्यों बढ़ीं?
किसानों का कहना है कि लगातार भारी बारिश के कारण खेतों में बाढ़ आ गई है। इससे सब्जियों की फसल को नुकसान हुआ है। इसके कारण बाजारों में सब्जियों की आवक कम हो गई है। बाजारों में कम आपूर्ति के कारण कीमतें तेजी से बढ़ गई हैं। व्यापारियों का कहना है कि अक्टूबर तक प्याज की कीमतें ऊंची बनी रहने की उम्मीद है।