Vitamin B12 Deficiency Sings: विटामिन B12 की कमी के लक्षण: अगर अच्छी नींद के बावजूद सुबह उठते ही आप अवसाद और थकान महसूस करते हैं, तो यह विटामिन B12 की कमी के लक्षण हो सकते हैं। शरीर में विटामिन B12 की कमी से ये बीमारियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए इसे गंभीरता से लेना जरूरी है।
कोविड-19 के बाद लोग स्वास्थ्य के प्रति अधिक सजग हो गए हैं। शरीर में किसी विटामिन या खनिज की कमी है या नहीं, यह कुछ लक्षणों से भी समझा जा सकता है। कई बार अच्छी नींद के बावजूद सुबह उठते समय निराशा, तनाव, आलस और थकान महसूस होती है। जबकि हम स्वस्थ आहार ले रहे होते हैं और पर्याप्त नींद भी ले रहे होते हैं। इसके पीछे का कारण शरीर में आवश्यक विटामिन और पोषक तत्वों की कमी हो सकता है। शरीर में विटामिन B-12 की कमी होने पर ऐसे लक्षण दिखने लगते हैं। जो लंबे समय में कई खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
विटामिन B12 की कमी के संकेत
अवसाद, कमजोरी और सुस्ती
त्वचा का पीला पड़ना
जीभ पर लालिमा या रैशेज़
मुंह में अल्सर की समस्या
दृष्टि हानि
सांस की तकलीफ
सिरदर्द और कान में बजना
भूख की कमी
विटामिन B12 की कमी के कारण
विटामिन B12 की कमी से तंत्रिका तंत्र और मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ता है। जब विटामिन B12 कम हो जाता है, तो लाल रक्त कोशिकाएं कम होने लगती हैं और भूलने की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इससे शरीर में थकान, कमजोरी, आलस और अवसाद महसूस होता है। विटामिन B12 की कमी से ऊर्जा की कमी महसूस होने लगती है।
विटामिन B12 की कमी से उत्पन्न बीमारियाँ
अम्नेसिया: विटामिन B12 की कमी मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव डालती है। इससे बुढ़ापे में भूलने की बीमारी (डिमेंशिया) का खतरा बढ़ जाता है।
मानसिक रोग: विटामिन B12 की कमी से शारीरिक और कई प्रकार की मानसिक बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
एनीमिया: विटामिन B12 की कमी से एनीमिया हो जाता है, जिससे रक्त की कमी और हीमोग्लोबिन स्तर में कमी आती है।
हड्डियों में दर्द: विटामिन B12 की कमी से हड्डियों में दर्द की समस्या बढ़ जाती है। इसके अलावा, कमर और पीठ में भी दर्द होता है।
तंत्रिका तंत्र प्रभावित: विटामिन B12 की कमी से पूरा तंत्रिका तंत्र भी बुरी तरह प्रभावित होता है। जब रक्त शरीर के हर हिस्से में नहीं पहुंच पाता, तो कई जीवन भर की बीमारियां हो सकती हैं।
उपाय
विटामिन B12 की कमी को दूर करने के लिए डॉक्टर से परामर्श लेकर विटामिन B12 सप्लीमेंट्स का सेवन करें। इसके अलावा, अपने आहार में विटामिन B12 युक्त खाद्य पदार्थ जैसे मांस, अंडे, डेयरी उत्पाद, और फोर्टिफाइड अनाज शामिल करें। स्वास्थ्य की दृष्टि से नियमित जांच करवाना भी आवश्यक है।