2021 और 2022 के बाद लगभग यही भारतीय क्रिकेट टीम 2024 में भी T20 World Cup में जाएगी. 30 अप्रैल को BCCI ने जून में होने वाले World Cup के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया. इसमें ज्यादा चौंकाने वाले फैसले नहीं हुए, खासकर बल्लेबाजी क्रम में. इसका मतलब है कि जो कमजोरियां पिछले दो T20 World Cups में दिखी थीं वही इस बार भी दिखेंगी. कप्तान Rohit Sharma की भी समस्या है, जिसे वह स्वीकार नहीं करते लेकिन सच्चाई बार-बार सामने आ जाती है. T20 World Cup से ठीक पहले IPL 2024 में ये समस्या सामने आई है.
पुरानी कमजोरी 5 बार देखी गई
मौजूदा IPL सीजन में मुंबई इंडियंस के पूर्व कप्तान Rohit Sharma शुरुआती मैचों में दमदार फॉर्म में नजर आ रहे थे और छोटी लेकिन तेज पारियां खेल रहे थे. इस दौरान उन्होंने एक शतक भी लगाया. Rohit ने अब तक 10 पारियों में एक बार नॉटआउट रहते हुए 158 की स्ट्राइक रेट और 35 की औसत से 315 रन बनाए हैं। इसमें एक शतक भी शामिल है. कुल मिलाकर अच्छा प्रदर्शन. इसके बावजूद एक समस्या बार-बार देखने को मिल रही है.
राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली कैपिटल्स, लखनऊ सुपर जाइंट्स और पंजाब किंग्स वो टीमें हैं जिनके खिलाफ रोहित को इस समस्या का सामना करना पड़ा। अगर आप अब भी नहीं समझे तो चलिए अब हम आपको बताते हैं. रोहित की पुरानी समस्या जो फिर से उभर आई है वह बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों, खासकर स्विंग हासिल करने वाले तेज गेंदबाजों के खिलाफ उनकी विफलता है। इस सीजन में Rohit ने 9 पारियों में अपने विकेट गंवाए, जिनमें से 5 बार वह बाएं हाथ के गेंदबाजों के खिलाफ ही आउट हुए।
T20 World Cup से पहले चेतावनी
इनमें से 3 बार Rohit उन गेंदबाजों के खिलाफ आउट हुए जिनका सामना उन्हें T20 World Cup में करना पड़ सकता है. राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने वाले न्यूजीलैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट पहले भी Rohit को परेशान करते रहे हैं और इस IPL सीजन में उन्होंने दोनों बार Rohit का विकेट लिया। World Cup के सुपर-8 चरण में टीम इंडिया को न्यूजीलैंड से टक्कर मिल सकती है और ऐसे में ये अच्छा संकेत नहीं है.
पंजाब किंग्स के ऑलराउंडर सैम कुरेन ने भी Rohit को अपना शिकार बनाया था. हालांकि उस मैच में Rohit ने पहले ही अच्छी पारी खेली थी लेकिन फिर भी वह उनके जाल में फंस गए. इनके अलावा दो युवा भारतीय तेज गेंदबाज मोहसिन खान (लखनऊ सुपर जाइंट्स) और खलील अहमद (दिल्ली कैपिटल्स) ने Rohit को सस्ते में निपटा दिया था। अब World Cup से ठीक पहले भारतीय कप्तान की पुरानी कमजोरी फिर से सामने आना टीम इंडिया के लिए अच्छी खबर नहीं है.